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रिटायरमेंट को आर्थिक रूप से बनाएं मजबूत: इस तरह प्लानिंग करके अपने भविष्य को बना सकते हैं बेहतर, समझें

मनीष शारा, को -फाउंडर एवं सीईओ, जे़ट Published by: Himanshu Mishra Updated Tue, 26 Dec 2023 10:30 AM IST
सार

अपने रिटायरमेंट के दिनों में हर कोई आरामदायक और तनाव-मुक्त जीवन जीना चाहता है। इसके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग बहुत महत्वपूर्ण पहलू है। यह प्लानिंग आप नौकरी या व्यापार में रहते हुए ही कर सकते हैं।
 

बचत कैसे करें
बचत कैसे करें - फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार
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रिटायरमेंट के बाद वरिष्ठ नागरिकों को अक्सर कई तरह की वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। वरिष्ठ नागरिकों की विशिष्ट जरूरतों के अनुरूप आवश्यक फाइनेंशियल बेहद जरूरी है। इसी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण टिप्स यहां दिए जा रहे हैं।

अपनी रिटायरमेंट संपत्ति को समझें
वरिष्ठ नागरिकों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग में पहला चरण है अपनी रिटायरमेंट संपत्ति को स्पष्ट रूप से समझना। इसमें पेंशन, प्रोविडेंट फंड और कोई अन्य बचत शामिल है। वरिष्ठ नागरिकों को अपने मासिक खर्चों का सही हिसाब-किताब रखना चाहिए और रिटायरमेंट के दौरान एक स्थिर आय प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए खर्च के अनुसार योजना बनानी चाहिए। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई) जैसी सरकारी योजनाएं आपको अतिरिक्त आय प्रदान कर सकती हैं।

हेल्थ इंश्योरेंस की न करें अनदेखी
बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां भी बढ़ जाती हैं। इसीलिए, व्यापक हेल्थ इंश्योरेंस होना जरूरी है। भारत में, आयुष्मान भारत योजना और अन्य हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं, जो चिकित्सा खर्चों के लिए कवरेज प्रदान करती हैं। जितनी जल्दी हो सके एक अच्छी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश करना वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी अप्रत्याशित चिकित्सा खर्च से बचा सकता है और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच सुनिश्चित करता है।

संपत्ति की योजना और वसीयत बनाना
वरिष्ठ नागरिकों को अपनी संपत्ति को कुशलतापूर्वक प्रबंधित और बंटवारे के लिए संपत्ति की योजना पर विचार करना चाहिए। एक वसीयत यह सुनिश्चित करती है उनकी इच्छाओं का सम्मान किया जाएगा, और यह उत्तराधिकारियों के लिए कानूनी प्रक्रिया को सरल बनाती है। संपत्ति नियोजन और वसीयत बनाने की जटिलताओं से बचने के लिए पेशेवर सलाह लेने से वरिष्ठ नागरिकों को अपनी संपत्ति बंटवारे के विषय में अधिक सही निर्णय लेने में मदद मिल सकती है।

निवेश विकल्पों का पता लगाएं
कामकाजी वर्षों में जोखिम भरा निवेश उपयुक्त हो सकता है, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों के लिए अधिक स्थिर और सुरक्षित निवेश विकल्पों को चुनना अधिक बुद्धिमानी भरा फैसला होगा। फिक्स्ड डिपोजिट, सरकारी योजनाएं, और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) कुछ ऐसे विकल्प हैं, जो न्यूनतम जोखिम के साथ भरोसेमंद रिटर्न प्रदान करते हैं। निवेश में विविधता लाने से संभावित नुकसान कम किया जा सकता है।

योजनाओं के बारे में जुटाएं जानकारी
भारत में वरिष्ठ नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने वाली कई सरकारी योजनाएं हैं। इन योजनाओं के बारे में जानकारी एकत्रित करने से वरिष्ठ नागरिकों को वित्तीय समर्थन के मामले में काफी फायदा हो सकता है। पेंशन योजनाएं, टैक्स लाभ, और स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम लगातार विकसित हो रहे हैं। वरिष्ठ नागरिकों को इन सबके बारे में नियमित रूप से जानकारी जुटाते रहना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अपने लिए उपलब्ध सभी लाभों का अधिकतम फायदा उठा रहे हैं।

लेनदेन के लिए टेक्नोलॉजी अपनाएं
डिजिटल बैंकिंग के युग में, वरिष्ठ नागरिकों को टेक्नोलॉजी को अपनाने से पीछे नहीं हटना चाहिए। ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल एप्लीकेशंस और डिजिटल वॉलेट सुविधा और सुरक्षा प्रदान करते हैं। कई बैंक वरिष्ठ नागरिकों के लिए समर्पित सेवाएं और सहायता भी उपलब्ध कराते हैं, जिससे उनके लिए अपने घर पर ही आराम से रहते हुए अपना वित्तीय प्रबंधन करना आसान हो जाता है।