Home Apna Paisa Savings Mantra For Women Prepare Monthly Budget Invest In These Government Schemes

महिलाओं के लिए बचत मंत्र: मासिक बजट तैयार करिए, सरकार की इन योजनाओं में करें निवेश

सौम्य सरकार, वित्तीय सलाहकार Published by: Himanshu Mishra Updated Fri, 24 Nov 2023 10:01 AM IST
सार

बचत और अपने भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने की बात आती है, तो निर्णय लेने में मुश्किल होती है। लेकिन, आप अपने पैसे का प्रबंधन खुद कर सकती हैं। अपनी इस पहल से न केवल पैसों की बचत की जा सकती है, बल्कि अपने आर्थिक भविष्य को भी सुरक्षित बनाया जा सकता है। 
 

महिलाओं के लिए बचत मंत्र
महिलाओं के लिए बचत मंत्र - फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार
वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

बचत करने की शुरुआत अपनी जरूरतों के अनुसार स्पष्ट आर्थिक लक्ष्य तय करने से होती है। बिजनेस शुरू करना हो, घर खरीदने, बच्चों की पढ़ाई, चिकित्सा और बच्चों की शादी से लेकर आपकी रिटायरमेंट जैसे लक्ष्य इसमें शामिल हो हो सकते हैं। मासिक बजट तैयार करना जरूरी है। खर्चों को सूक्ष्मता से ट्रैक करके और खर्च कम किए जा सकने वाले क्षेत्रों की पहचान करने में एक परफेक्ट बजट बनाने से लाभ होता है। 

   अगला महत्वपूर्ण कदम किसी प्रतिष्ठित स्थानीय बैंक या पोस्ट ऑफिस में बचत खाता खुलवाना है। खाता खुलवाने से पहले बैंकिंग संस्थान की वैधता और रिजर्व बैंक से मिली मान्यता पर गौर करना जरूरी है। इससे फर्जी बचत योजनाओं से बचने में मदद मिलेगी। प्रतिष्ठित बैंक या वित्तीय संस्थाएं बचत योजनाओं में अच्छा-खासा ब्याज देती हैं, जिससे धीरे-धीरे और स्थायी रूप से वित्तीय स्थिरता में मदद मिलती है। इसके अलावा, सरकार ने कई छोटी बचत योजनाएं चलाई हैं, जिसमें पब्लिक प्रोविडेंट फंड और सुकन्या समृद्धि योजना शामिल हैं। इससे ज्यादा ब्याज दर के साथ टैक्स में भी छूट मिलती है। ये योजनाएं उन लोगों के लिए विशेष तौर पर फायदेमंद है, जो दीर्घ अवधि के लिए इन बचत योजनाओं में निवेश करते हैं।

 
   जो लोग नियमित रूप से बचत करना चाहते हैं, उनके लिए आवर्ती जमा योजना एक प्रभावी रणनीति है। इस तरह की जमा योजनाओं में व्यक्ति नियमित अवधि पर एक तय राशि को निवेश कर सकते हैं। इससे लगातार बचत की आदत बनती है। इसके अलावा, थोड़े समय या लंबे समय की बचत योजनाओं के लिए म्युचुअल फंड में निवेश भी व्यावहारिक विकल्प हो सकते हैं। हालांकि इसमें बाजार के अधीन जोखिम भी है, जिस पर जरूर विचार करना चाहिए। महिलाएं माइक्रो फाइनेंस संस्थाओं से मदद ले सकती है। बंधन बैंक जैसी संस्थाएं ऋण की सुविधा और बचत के अवसर प्रदान करती हैं, जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में उल्लेखनीय कदम उठा सकती हैं।  

 
सेल्फ हेल्प ग्रुप भी बचत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। स्वयंसेवी समूहों से व्यक्तियों को साथियों की मदद मिलती है और उन्हें कई वित्तीय योजनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। महिलाओं को आर्थिक साक्षरता और सशक्तिकरण के लिए समुदाय-निर्धारित दृष्टिकोण को पोषण देने का एक अद्भुत दृष्टिकोण प्रदान करते हैं| महिलाएं कई कंपनियों, लघु वित्तीय संस्थाओं, एनजीओ और सरकारी एजेंसियों की ओर से आयोजित वित्तीय साक्षरता के कार्यक्रमों में भागीदारी कर सोच-समझकर वित्तीय फैसले लेने के लिए जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।    

 
ग्रामीण महिलाओं की ओर से बचत करने में सबसे मुख्य बाधा आवेश में बहुत ज्यादा खर्च करने की है। जब अचानक पैसा आता है तो घर परिवार की पड़ने वाली जरूरतों या भोगविलास पर पैसा खर्च करना बहुत अच्छा लगता है। अपनी बचत को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने और लंबे समय तक वित्तीय स्थिरता के लिए अनुशासन और संयम बरतना बहुत जरूरी है। बचत का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने के बहुआयामी लाभ होते हैं।

अच्छी-खासी बचत रिटायरमेंट के बाद के जीवन के लिए मजबूत बुनियाद होती है। इससे महिलाएं छोटा कारोबार, जैसे हस्तकला, टेलरिंग और कृषि से जुड़े कार्य शुरू कर सकती हैं। इससे रिटायरमेंट के बाद के वर्षों में उन्हें अच्छी-खासी आजीविका प्राप्त होगी। इसके अलावा इस तरह की बचत को कृषि में निवेश के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, चाहे वह जमीन या अन्य प्रॉपर्टी खरीदना हो। इससे भविष्य में आमदनी का स्थायी आधार मिलता है। अचानक पड़ने वाली मुसीबतों, जैसे हादसों, फसल का बर्बाद होना या बीमारी, से बचाने के लिए बचत का बीमा योजनाओं में भी निवेश किया जा सकता है।