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Money Mantra: शॉर्ट, मिड और लॉन्ग टर्म निवेश, सही फैसले से मिलता है ज्यादा रिटर्न

सुधीर कुमार शुक्ला, वित्तीय सलाहकार, नई दिल्ली Published by: Umashankar Mishra Updated Sat, 25 May 2024 12:40 PM IST
सार

आजकल निवेश करने के लिए ढेरों विकल्प मौजूद हैं, लेकिन बेहतर रिटर्न प्राप्त करने के लिए सूझबूझ के साथ फैसला करना जरूरी है। निवेशक को यह पता होना चाहिए कि उनके वित्तीय लक्ष्य क्या हैं और शॉर्ट, मिड या लॉन्ग टर्म निवेश में से कौन-सा विकल्प बेहतर होगा।

निवेशक को अपना लक्ष्य निर्धारित करके निवेश करना चाहिए।
निवेशक को अपना लक्ष्य निर्धारित करके निवेश करना चाहिए। - फोटो : गांव जंक्शन

विस्तार
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निवेश के लिए भले ही मौजूदा दौर में बहुत सारे ऑप्शन हैं। लेकिन, हर कोई यही सोचता है कि उन्हें ऐसा ऑप्शन मिले, जहां ज्यादा रिटर्न मिले। हर कोई अपने फाइनेंशियल गोल्स को पूरा करने के लिए ही निवेश करता है। उदाहरण के तौर पर, अगर चार साल में घर बनाने का प्लान है तो हम एक निवेश का एक ऐसा ऑप्शन ढूंढेंगे, जिसमें हमें चार साल के बाद ज्यादा रिटर्न मिले। निवेश के टेन्योर के हिसाब से हमारे पास तीन ऑप्शन (शॉर्ट टर्म, मिड टर्म और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट) होता है। इन तीनों ऑप्शन्स को लेकर कई लोग कन्फ्यूज हो जाते हैं कि आखिर इन ऑप्शन्स में से किसका चयन करें। अगर आप भी निवेश करने के लिए सोच रहे हैं तो पहले आपको इन तीनों के बीच के अंतर को समझना बहुत जरूरी है। 

शॉर्ट टर्म निवेश को समझें 
अगर आप कम रिस्क के साथ अपने फाइनेंशियल गोल्स को पूरा करना चाहते हैं तो शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट आपके लिए काफी अच्छा विकल्प हो सकता है। ये छोटी अवधि के निवेश होते हैं। हालांकि, इसमें बाकी ऑप्शन की तुलना में काफी कम रिटर्न मिलता है। अगर आपको 1 या 2 साल की अवधि के लिए निवेश करना है तो आप इसे सेलेक्ट कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर मोबाइल खरीदना, विदेश घूमने या फिर लोन की पेमेंट और इमरजेंसी फंड को तैयार करने के लिए यह ऑप्शन काफी अच्छा है। इसमें निवेश करने के लिए आपको इनकम और खर्चों का पूरा बजट बनाना होगा। इसके बाद, आप सही स्कीम में अपनी सेविंग का हिस्सा डिपॉजिट कर सकते हैं, जहां से आप समय पड़ने पर आसानी से निकासी कर पाएं। 

मिड टर्म के भी अपने फायदे 
अगर आप अपने किसी वित्तीय लक्ष्य को पांच साल में हासिल करना चाहते हैं तो ऐसे में आप मिड टर्म इन्वेस्टमेंट में निवेश कर सकते हैं। इसमें जोखिम होता है। जोखिम से बचने के लिए, बाजार के उतार-चढ़ाव और रिटर्न के बदलावों पर नजर रखनी होगी। आप अपने फाइनेंशियल गोल्स को पूरा करने के लिए म्यूचुअल फंड, एफडी या फिर किसी अन्य स्कीम में निवेश कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर आपको कार खरीदनी है या फिर नया बिजनेस शुरू करना है, तो आप इस इन्वेस्टमेंट ऑप्शन को सेलेक्ट कर सकते हैं। इस ऑप्शन में आप बिना जोखिम के भी निवेश कर सकते हैं। 

लॉन्ग टर्म निवेश
पांच साल से ज्यादा समय के लिए आप अगर निवेश करते हैं तो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के ऑप्शन को चुन सकते हैं। यह ऑप्शन आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। अगर आप बच्चों की पढ़ाई, घर खरीदने, रिटायरमेंट के बाद इनकम को जारी रखने के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो आपको लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करनी चाहिए। आमतौर, पर इसमें काफी अच्छा रिटर्न मिलता है। इसमें आप चाहें तो रिस्क के साथ भी निवेश कर सकते हैं या फिर बिना जोखिम वाली स्कीम में भी निवेश कर सकते हैं। इसमें निवेश के लिए आपको अपनी इनकम और खर्चों का विश्लेषण करना होगा। लंबी अवधि का निवेश काफी समय तक चलता है। इसीलिए, आपको सभी स्थितियों के बारे में सोच-विचार करने के बाद और अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार ही निवेश करना चाहिए। आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए स्टॉक, बॉन्ड या प्रोविडेंट फंड जैसे ऑप्शन को सेलेक्ट कर सकते हैं।