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बाल कहानी: खुशियों के बीज बांटने वाला किसान

गांव जंक्शन डेस्क, नई दिल्ली Published by: Umashankar Mishra Updated Thu, 04 Apr 2024 08:31 PM IST
सार

रामपुर गांव के किसान बालकिशन की फसल इलाके के दूसरे किसानों की फसलों से अच्छी होती थी। इसीलिए, उसके बीज लेने के लिए दूसरे किसान हमेशा आतुर रहते थे।

बालकिशन अपने उन्नत बीज दूसरों को भी बांटते थे, ताकि दूसरे किसानों को भी खुशियों की फसल मिल सके।
बालकिशन अपने उन्नत बीज दूसरों को भी बांटते थे, ताकि दूसरे किसानों को भी खुशियों की फसल मिल सके। - फोटो : दुर्गादत्त पांडेय

विस्तार
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यह तो हम जानते ही हैं कि अगर बीज अच्छे होते हैं तो फसल भी अच्छी पैदा होती है। किसान अपने खेतों में जो अनाज पैदा करते हैं, उसी से लोगों भोजन मिलता है। इसीलिए, किसान हमेशा खेती करने के लिए सबसे अच्छे बीजों का चयन करते हैं। 

रामपुर गांव में रहने वाले बालकिशन की कहानी भी कुछ इसी तरह की है। उसे इलाके के सबसे अच्छी खेती करने वाले किसानों में गिना जाता था। वह दिन-रात, गर्मी, बारिश या फिर ठंड की परवाह किए बिना अपने खेतों में मेहनत से फसलें उगाता था। खेती-बाड़ी में अपनाए जाने वाले नुस्खों को वह दूसरे किसानों से भी साझा करता रहता था, ताकि वह भी अच्छी खेती करने के लिए प्रेरित हों और उन्हें अच्छी उपज मिल सके। 

बालकिशन के पास बहुत बड़े-बड़े खेत थे, जिसमें वह मक्के, अरहर, मूंग और गेहूं की खेती करता था। एक बार की बात है; अपने खेत के पास मौजूद दूसरे किसानों के खेतों के मुकाबले बालकिशन के खेत में सबसे अच्छा मक्का पैदा हुआ था। गर्मियों के अंत में हर कोई उसकी स्वादिष्ट फसल का स्वाद लेने के लिए उसके खेतों में आना चाहता था। हर साल की तरह, बालकिशन अपने मक्के को लेकर राज्य स्तरीय मेले में गया, जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उसे सबसे अच्छा मक्का उगाने के लिए पहला पुरस्कार प्रदान किया। 

एक समाचार संवाददाता एक दिन बालकिशन से मिलने उसके पास गया और उसका साक्षात्कार लिया तथा उसकी सफलता के रहस्यों के बारे में जाना। साक्षात्कार की तैयारी करते हुए, कुछ दिन पहले उस रिपोर्टर को पता चला था कि बालकिशन सबसे अच्छा मक्का उत्पादन देने वाले अपने बीजों को आसपास के दूसरे किसानों के साथ भी साझा करता है।

रिपोर्टर ने बालकिशन से पूछा, आप सबसे अच्छे बीज अपने पड़ोसियों के साथ क्यों साझा करते हैं, यह जानते हुए कि वो लोग भी आपके खिलाफ प्रतियोगिता में अपनी फसल को पेश करेंगे? क्या इससे आपके लिए जीतना और अधिक कठिन नहीं हो जाएगा?

जवाब देने से पहले, बालकिशन ने अपना सिर उठाया और एक लंबी सांस ली। उसने रिपोर्टर को बताते हुए कहा, जब खेतों में तेज हवा चलती है, तो मक्का की फसल के पराग कण हवा में तैरते हुए एक खेत से दूसरे खेत में पहुंच जाते हैं। ध्यान देने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यदि मेरे पड़ोसी कम गुणवत्ता वाले मक्का उगाते हैं, तो क्रॉस-परागण अंततः मेरे अपने मक्का की गुणवत्ता को कम कर देगा। बालकिशन ने रिपोर्टर को बताया। इसीलिए, अगर मैं सबसे बेहतर मक्का उगाना चाहता हूं, तो मुझे अच्छा मक्का उगाने में अपने पड़ोसियों की भी मदद करनी होगी।

इस कहानी से हमें सबक मिलता है कि सार्थक और खुशहाल जीवन जीने के लिए दूसरों के जीवन को समृद्ध बनाने के महत्व को पहचानना चाहिए। हमें सच्ची संतुष्टि तब मिलती है, जब हम इसे दूसरों के साथ साझा करते हैं। जब हम दूसरों से अपनी खुशी बांटते हैं तो हर किसी को लाभ होता है।